Premanand Ji Maharaj ashram booking online:पूज्य श्री प्रेमानंद जी महाराज वृंदावन के एक प्रसिद्ध संत हैं। लोगों का मानना है कि महाराज जी स्वयं भगवान श्री कृष्ण के अवतार हैं , और लोग उनसे मिलने की राह देखते रहते हैं, जिसके कारण हर कोई उनके दर्शन के लिए उत्सुक रहता है।
प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज, जिन्हें “प्रेमानंद जी महाराज” के नाम से जाना जाता है, एक प्रमुख भारतीय हिंदू गुरु और संत हैं। वह राधावल्लभ संप्रदाय से हैं और उनका वृन्दावन में श्री हित राधा केली कुंज नाम से एक आश्रम है। उनका जन्म 1969 में कानपुर के पास सरसौल ब्लॉक के अखरी गांव में रमा देवी और शंभू पांडे के घर हुआ था। 13 साल की उम्र में उन्होंने अपना पैतृक घर छोड़ दिया और संन्यास ले लिया। महाराजजी को श्रीमद्भागवत गीता के विनम्र और समर्पित शिक्षण और उपदेश के लिए जाना जाता है।
उन्होंने “शारंगति मंत्र” प्राप्त करके राधावल्लभी संप्रदाय में प्रवेश किया और अपने वर्तमान सद्गुरुदेव, पूज्य श्री हित गौरंगी शरणजी महाराज, या बड़े गुरुजी से मुलाकात की। बड़े गुरुजी ने उन्हें “निज मंत्र” दिया, जो “सहचरी भाव” और “नित्य विहार रस” की दीक्षा है, जिससे उनका प्रवेश रसिक संतों में हो गया। यहां, आपको विवरण मिलेगा कि आप श्री प्रेमानंद जी महाराज से कैसे मिल सकते हैं और अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं।
Premanand Ji Maharaj Registration Online
श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज, जिन्हें आमतौर पर प्रेमानंद जी महाराज के नाम से जाना जाता है, वृंदावन के एक प्रमुख रसिक संत हैं जो राधावल्लभ संप्रदाय से जुड़े हुए हैं। उनके दर्शन और आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। इस लेख में हम प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया, आश्रम का समय, दर्शन के प्रकार और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ विस्तार से प्रस्तुत करेंगे।
प्रेमानंद जी महाराज का संक्षिप्त परिचय
प्रेमानंद जी महाराज का जन्म 1969 में कानपुर के निकट अखरी गाँव में हुआ था। मात्र 13 वर्ष की आयु में उन्होंने सन्यास ग्रहण कर लिया और आध्यात्मिक मार्ग पर चल पड़े। वे राधावल्लभ संप्रदाय के प्रमुख संत हैं और वृंदावन में स्थित श्री हित राधा केली कुंज आश्रम में निवास करते हैं। महाराज जी को श्रीमद्भागवत गीता की सरल व्याख्या और भक्ति मार्ग के प्रचार-प्रसार के लिए जाना जाता है
सुबह का कार्यक्रम
गतिविधि | समय |
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पूज्य महाराज जी द्वारा दैनिक सत्संग | 04:10 AM – 05:30 AM |
श्री जी और वन विहार की मंगला आरती | 05:30 AM – 06:30 AM |
हित चौरासी पाठ (सोम, बुध, गुरु, शनि, रवि) / राधा सुधानिधि पाठ (मंगल, शुक्र) | 06:30 AM – 08:15 AM |
श्री जी की श्रृंगार आरती, भक्त-नामावली, राधा नाम संकीर्तन | 08:15 AM – 09:15 AM |
एकांतिक वार्तालाप (विशेष आध्यात्मिक मार्गदर्शन) | 09:00 AM – 09:30 AM |
दोपहर/शाम का कार्यक्रम
गतिविधि | समय |
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धूप आरती | 04:00 PM – 04:15 PM |
दैनिक शाम वाणीपाठ | 04:15 PM – 05:35 PM |
भक्त चरित्र | 05:35 PM – 06:00 PM |
संध्या आरती | 06:00 PM – 06:15 PM |
महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश
प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन के लिए जाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक है
- आधार कार्ड: आश्रम में प्रवेश के लिए वैध आईडी प्रूफ के रूप में आधार कार्ड अनिवार्य है।
- वस्त्र: सादे और शालीन वस्त्र पहनें। आश्रम में प्रवेश से पहले जूते-चप्पल उतार दें।
- मोबाइल फोन: आश्रम परिसर में मोबाइल फोन का उपयोग न करें या साइलेंट मोड पर रखें।
- फोटोग्राफी: बिना अनुमति के फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी वर्जित है।
- शिष्टाचार: आश्रम में शांति बनाए रखें, जोर-जोर से बात न करें और महाराज जी के प्रति सम्मानजनक व्यवहार करें।
- भेंट: यदि आप महाराज जी के लिए कोई भेंट ले जाना चाहते हैं तो वह शुद्ध और सात्विक होनी चाहिए।
दर्शन के प्रकार
प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन के कई प्रकार हैं जिनके बारे में भक्तों को पहले से जानकारी होनी चाहिए
- सामान्य दर्शन: यह आश्रम में आने वाले सभी भक्तों के लिए खुला है जहाँ वे महाराज जी को देख और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
- एकांतिक वार्तालाप: यह महाराज जी के साथ एक-एक मुलाकात का विशेष अवसर है जहाँ भक्त आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए रजिस्ट्रेशन सुबह 9:00 बजे के बाद किया जा सकता है और प्रश्न पूरी तरह आध्यात्मिक होना चाहिए।
- दीक्षा: जो भक्त महाराज जी से दीक्षा (आध्यात्मिक प्रारंभ) लेना चाहते हैं, वे एकांतिक वार्तालाप के दौरान अपना अनुरोध रख सकते हैं।
- विशेष आरती दर्शन: मंगला आरती, श्रृंगार आरती और संध्या आरती के दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था होती है।
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Premanand Ji Maharaj Darshan Booking Online
ऑनलाइन पंजीकरण
प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग की प्रक्रिया निम्नलिखित है
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ: सबसे पहले श्री हित राधा केली कुंज की आधिकारिक वेबसाइट (https://vrindavanrasmahima.com/) पर जाएँ।
- दर्शन विकल्प चुनें: होमपेज पर ‘एक्टिविटीज’ सेक्शन में ‘दर्शन’ के विकल्प पर क्लिक करें।
- दर्शन का प्रकार चुनें: आपको तीन प्रकार के दर्शन विकल्प दिखाई देंगे:
- महाराज जी भाव दर्शन
- श्रृंगार दर्शन
- वाणी पाठ दर्शन
- संपर्क फॉर्म भरें: ‘पूज्य महाराज जी भाव दर्शन’ चुनने के बाद ‘कॉन्टैक्ट अस’ पेज पर निम्न जानकारी भरें:
- नाम
- फोन नंबर
- ईमेल आईडी
- विषय
- वृंदावन आने का उद्देश्य (आपका संदेश)
- फॉर्म सबमिट करें: सभी जानकारी भरने के बाद फॉर्म सबमिट कर दें।
- पावती प्राप्त करें: पंजीकरण पूरा होने के बाद आपको एक रसीद प्राप्त होगी जिसे प्रिंट आउट कर लें। इस रसीद को आश्रम के प्रवेश द्वार पर दिखाना होगा।
How to meet Premanand Ji Maharaj through an Appointment
प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन के लिए टोकन प्रणाली लागू है
- टोकन सुबह 9:30 बजे महाराज जी के शिष्यों द्वारा वितरित किए जाते हैं।
- ये टोकन अगले दिन के दर्शन के लिए होते हैं।
- दर्शन निःशुल्क है, लेकिन उच्च संभावना वाले दर्शन के लिए प्रीमियम पैकेज उपलब्ध है जिसमें लॉजिस्टिक सहायता और व्यवस्थाएँ शामिल हैं।