जगन्नाथ मंदिर के मुख्य द्वार से प्रवेश करते हुए नीचे से तीसरी सीढ़ी पर यमशिला उपस्थित है. मंदिर में दर्शन करने के लिए प्रवेश के समय आपको उस सीढ़ी पर अपने पैर रखने हैं, पर दर्शन करके वापस आते वक्त उस शिला पर बिल्कुल भी पैर नहीं रखना है
दिलचस्प बात तो ये है, जगन्नाथ मंदिर पुरी के ऊपर एक आठ धातु चक्र है, जिसे नीले चक्र के रूप में जाना जाता है। मान्यता है कि ये चक्र मंदिर के ऊपर से उड़ने वाले जहाजों में कई रुकावटें पैदा कर सकता है, इसलिए विमान भी मंदिर के ऊपर से नहीं उड़ते।
अक्सर मंदिर में आपने एक या दो दरवाजे देखे होंगे, लेकिन जगन्नाथ पुरी मंदिर के चार दरवाजे हैं। बता दें, मुख्य द्वार को सिंहद्वारम कहते हैं, बताया जाता है कि सिंहद्वारम द्वार पर समुद्र लहरों की आवाज सुनाई देती है, लेकिन मंदिर में एंट्री लेते ही लहरों का शोर बिल्कुल खत्म हो जाता है।
जगन्नाथ पुरी मंदिर दर्शन बुकिंग ऑनलाइन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|