जगन्नाथ पुरी का मंदिर 2026 में डूब जाएगा जगन्नाथ पुरी मंदिर के डूबने का कारण हम होंगे  जानिए क्या है सच|मिल गया बड़ा संकेत?

इसी तरह मंदिर के शिखर पर एक सुदर्शन चक्र भी है. इस चक्र को किसी भी दिशा से खड़े होकर देखने पर ऐसा लगता है कि चक्र का मुंह आपकी तरफ है

एक पुजारी मंदिर के 45 मंजिला शिखर पर स्थित झंडे को रोज बदलता है. ऐसी मान्यता है कि अगर एक दिन भी झंडा नहीं बदला गया तो मंदिर 18 वर्षों के लिए बंद हो जाएगा.

Jagannath Puri मंदिर की ये अनोखी बात जानते हैं? विमान तो दूर की बात मंदिर के ऊपर पक्षी भी उड़ने से डरते हैं!

चार धाम में से एक जगन्नाथ मंदिर  अपने आप में कई सारी मान्यताओं और रहस्यों के लिए जाना जाता है| पुराणों के अनुसार जगन्नाथ को धरती का बैकुंठ माना गया है

जगन्नाथ मंदिर में भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ विराजमान हैं|मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं और सारे पाप धुल जाते हैं

आप मंदिर के मुख्य द्वार की तीसरी सीढ़ी पर अपना स्थान ग्रहण करें जो 'यम शिला' के रूप से जाना जाएगा| जो कोई भी मेरे दर्शन के बाद उस शिला पर पैर रखेगा उसके सारे पुण्य क्षीर्ण हो जाएंगे और उन्हें यमलोक जाना पड़ेगा

जगन्नाथ मंदिर के मुख्य द्वार से प्रवेश करते हुए नीचे से तीसरी सीढ़ी पर यमशिला उपस्थित है. मंदिर में दर्शन करने के लिए प्रवेश के समय आपको उस सीढ़ी पर अपने पैर रखने हैं, पर दर्शन करके वापस आते वक्त उस शिला पर बिल्कुल भी पैर नहीं रखना है

माना जाता है कि जगन्नाथ पुरी मंदिर की सुरक्षा गरुड़ पक्षी करता है। इस पक्षी को पक्षियों का राजा कहते हैं, यही कारण है कि अन्य पक्षी मंदिर के ऊपर से जाने से डरते हैं।

दिलचस्प बात तो ये है, जगन्नाथ मंदिर पुरी के ऊपर एक आठ धातु चक्र है, जिसे नीले चक्र के रूप में जाना जाता है। मान्यता है कि ये चक्र मंदिर के ऊपर से उड़ने वाले जहाजों में कई रुकावटें पैदा कर सकता है, इसलिए विमान भी मंदिर के ऊपर से नहीं उड़ते।

अक्सर मंदिर में आपने एक या दो दरवाजे देखे होंगे, लेकिन जगन्नाथ पुरी मंदिर के चार दरवाजे हैं। बता दें, मुख्य द्वार को सिंहद्वारम कहते हैं, बताया जाता है कि सिंहद्वारम द्वार पर समुद्र लहरों की आवाज सुनाई देती है, लेकिन मंदिर में एंट्री लेते ही लहरों का शोर बिल्कुल खत्म हो जाता है।

जगन्नाथ पुरी मंदिर दर्शन बुकिंग ऑनलाइन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|