prem mandir ticket online booking:वृंदावन का प्रेम मंदिर राधा कृष्ण को समर्पित है| साथ ही आपके यहां राम सीता का भी एक खूबसूरत बंगला देखने को मिल जाएगा| यहां पर न केवल देश केवल की विदेश की भी अच्छी खासी भीड़ देखने को मिलती है|कहा जाता है कि अगर आप वृंदावन में दर्शन करने आ रहे हैं तो आपको प्रेम मंदिर में भी दर्शन करना जरूरी है|
आपने मथुरा और वृंदावन के कई मंदिरों के बारे में सुना होगा| उनका इतिहास उनकी आकर्षक वास्तुकला लोगों को भेद आकर्षित करती है लेकिन वृंदावन के पास में प्रेम मंदिर पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है| जो भी श्रद्धालु मथुरा वृंदावन में आते हैं मंदिर में बिना दर्शन किए वापस नहीं जाते|प्रेम मंदिर देखने के लिए इतना सुंदर है कि यहां पर श्रद्धालु देश और विदेश से आते हैं और दर्शन करते हैं|
Prem Mandir Ticket Online Booking
प्रेम मंदिर वृंदावन एक हिंदू मंदिर है जो वृंदावन जिला मथुरा में स्थित है|प्रेम मंदिर भगवान राम और भगवान कृष्ण को समर्पित है|आरती की समय इस मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जोड़ते हैं घर के अंदर प्रवेश करने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है|कहा जाता है कि प्रेम मंदिर में भगवान श्री कृष्ण ने अपना बचपन बिताया था|इसीलिए इस मंदिर में धाकड़ श्रद्धालु आते हैं|
Prem Mandir open and Close time
दिन | सुबह | शाम |
सोमवार | प्रातः 8:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक | शाम 4:30 बजे से रात 8:30 बजे तक |
मंगलवार | प्रातः 8:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक | शाम 4:30 बजे से रात 8:30 बजे तक |
बुधवार | प्रातः 8:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक | शाम 4:30 बजे से रात 8:30 बजे तक |
गुरुवार | प्रातः 8:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक | शाम 4:30 बजे से रात 8:30 बजे तक |
शुक्रवार | प्रातः 8:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक | शाम 4:30 बजे से रात 8:30 बजे तक |
शनिवार | प्रातः 8:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक | शाम 4:30 बजे से रात 8:30 बजे तक |
रविवार | प्रातः 8:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक | शाम 4:30 बजे से रात 8:30 बजे तक |
वृंदावन प्रेम मंदिर आरती का समय
आरती एवं भोग | आरती का समय |
आरती और परिक्रमा | सुबह 5 बजे |
भोग और दरवाजा बंद | सुबह के 06:30 |
दर्शन एवं आरती | 8:30 पूर्वाह्न |
भोग | 11:30:00 बजे सुबह |
शयन आरती और द्वार बंद | दोपहर 12 बजे |
आरती एवं दर्शन | शाम के 4:30 |
भोग | 5:30 सायंकाल |
परिक्रमा | शाम सात बजे |
शयन आरती | रात 8:10 बजे |
बंद दरवाज़ा | 8:30 अपराह्न |
Prem Mandir light show
प्रेम मंदिर में फाउंटेन शो दिखाया गया। आगंतुक वास्तव में इस संगीत और लेजर लाइट शो का आनंद लेते हैं।
महीने | समय |
अप्रैल से सितंबर | शाम 7:30 बजे से रात 8:00 बजे तक |
अक्टूबर से मार्च | सायं 7:00 बजे से 7:30 बजे तक |
Prem Mandir light show ticket price
प्रेम मंदिर में लाइट शो टिकट की कीमत बिल्कुल निशुल्क है|प्रेम मंदिर में म्यूजिकल फाउंडेशन और लाइट शो गर्मियों में 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक 7:30 से 8:00 तक सर्दियों में 1 अक्टूबर से 31 मार्च 7:00 से 7:30 तक होता है|
प्रेम मंदिर इतिहास
प्रेम मंदिर भगवान श्री कृष्ण राधा और राम सीता को समर्पित है| आपको जान का रानी होगी कि इस बंदे मंदिर की संरचना पांच में जगत गुरु कृपालु महाराज द्वारा की गई थी मंदिर 1000 हजार मजदूरों द्वारा 11 सालों में बनकर तैयार किया गया था| इस भव्य और खूबसूरत मंदिर का निर्माण जनवरी 2001 में शुरू किया गया था| इसका उद्घाटन समारोह 15 फरवरी से 17 फरवरी 2012 तक किया गया था| फिर साराभाई कोई से सार्वजनिक रूप से खोल दिया गया था| बंदर की ऊंचाई 125 और लंबाई 122 फिट है| वही मंदिर की चौड़ाई करीब 115 फिट है| यह मंदिर संगमरमर के पत्थरों से बनाया गया गया है| जोकी इटली से मंगवाए गए थे|
इस प्रेम मंदिर में 94 कलामंडित स्तंभ हैं, जो किंकिरी और मंजरी सखियों के विग्रह को दर्शाते हैं इसके अलावा मंदिर की रोशनी भी भक्तों को काफी प्रसिद्ध इस मंदिर में देश के अलावा विदेश से भी लोग आते हैं दिवाली पर मंदिर का नजारा देखने लायक होता है|
इस मंदिर का मुख्य आकर्षण श्री कृष्ण की मनोहर झांकियां और सीताराम का खूबसूरत बांग्ला है| मंदिर के फव्वारे श्री कृष्णा और राधा की मनोहर झांकियां श्रीगोवर्धन धारणलीला, कालिया नाग दमनलीला, झूलन लीलाएं बहुत ही खूबसूरत ढंग से दर्शाई गई है|
प्रेम मंदिर के बारे में क्या खास है?
वृंदावन का ये प्रेम मंदिर श्री कृष्ण-राधा और राम-सीता को समर्पित है। इस भव्य मंदिर की संरचना पांचवें जगदगुरु कृपालु महाराज ने स्थापित की थी। मंदिर को पूरे एक हजार मजदूरों ने 11 सालों में बनाकर तैयार किया था। इस भव्य और खूबसूरत मंदिर का निर्माण जनवरी 2001 में शुरू किया गया था।
प्रेम मंदिर वृंदावन का डिजाइन किसने बनाया था?
दिव्य प्रेम के मंदिर के रूप में भी जाना जाता है, प्रेम मंदिर देवी राधा और भगवान कृष्ण, और भगवान राम और देवी सीता को समर्पित है। इसे 2001 में जगद्गुरु श्री कृपालुजी महाराज द्वारा आकार और डिजाइन किया गया था, और यह 54 एकड़ में फैला हुआ है।
प्रेम मंदिर की कीमत कितनी है?
लागत 150 करोड़ रुपए (23 मिलियन डॉलर) थी। इष्टदेव श्री राधा गोविंद (राधा कृष्ण) और श्री सीता राम हैं।