Khatu Shyam Darshan Booking online:राजस्थान का सीकर जिला बाबा खाटू श्याम जी के मंदिर के लिए काफी प्रसिद्ध है| खाटू श्याम के दर्शन के लिए ट्रेन बुकिंग जरूरी हो गई है क्योंकि बिना बुकिंग से आप दर्शन नहीं कर पाएंगे क्योंकि अब खाटू श्याम दर्शन के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग करनी होगी| क्योंकि आप बिना ऑनलाइन बुकिंग वालों को दर्शन की अनुमति नहीं होगी|
खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु राजस्थान आते हैं| राजस्थान में खाटू श्याम बाबा के दर्शन के लिए देश विदेश से भी बड़ी संख्या में लोग सीकर पहुंचते हैं| खाटू श्याम जिला प्रशासन कमेटी के द्वारा जो भी इचाक भक्त खाटू श्याम के दर्शन करना चाहते हैं उन भक्तों को ऑनलाइन माध्यम से अपना रजिस्ट्रेशन कर दर्शन के लिए बुकिंग करानी होगी| हम आपको आर्टिकल के माध्यम से Khatu Shyam Darshan Online Booking संबंधित जानकारी उपलब्ध करवाएंगे|
Khatu Shyam VIP Darshan Booking
खाटू श्याम दर्शन करने का प्लान बना रहे हैं तो जानिए दिव्यांगजन और बुजुर्ग दर्शन कर सकते हैं बस हां ऑनलाइन बुकिंग करने के बाद आपको कुछ डॉक्यूमेंट पर काम करना पड़ेगा|खाटू श्याम मंदिर को लोग सबसे ज्यादा जाना पसंद करते हैं| जैसे ही एक या दो दिन की छुट्टी मिलती है हर कोई खाटू बाबा के दरबार पहुंच जाता है| अब अगर बात करें तो यात्रियों यहां हर किसी के लिए आने जाने की व्यवस्था है|
आप खुद ही देख लीजिए यहां दिव्यांगजन और बुजुर्गों के लिए ऑनलाइन बुकिंग का इंतजाम किया गया है| की कोई भी बिना किसी परेशानी से खाटू श्याम जी के मंदिर के दर्शन कर सकता है|खाटू श्याम बाबा जी को कलयुग के समय में हारे का सहारा भी कहा गया है| पौराणिक मान्यता है कि जो भी व्यक्ति यहां सच्चे मन से आता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है| अब ऐसे में भला आप कैसे दूर रह सकते हैं| बाबा खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए आपको भी जरूर जाना चाहिए|
खाटू श्याम दर्शन ऑनलाइन बुकिंग के बारे में जानकारी
आर्टिकल का नाम | Khatu Shyam Ji Darshan |
मंदिर का नाम | बाबा खाटू श्याम मंदिर |
राज्य | राजस्थान |
जिला | सीकर |
दर्शन चरण | 2 |
प्रति चरण दर्शनार्थी संख्या | 7500 |
टिकट बुकिंग करने की प्रक्रिया | ऑनलाइन |
अधिकारिक वेबसाइट | http://shrishyamdarshan.in/hindi.php |
Khatu Shyam Baba Darshan के लिए जरूरी दिशा निर्देश
- खाटू श्याम बाबा के मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों को ऑनलाइन पंजीकरण कराना आवश्यक है|
- भक्तों को दर्शन लाइन में बिना रजिस्ट्रेशन के प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा|
- रविवार शुक्ल पक्ष की एकादशी और विशेष अक्षरों पर दर्शन की व्यवस्था बंद रहेगी|
- भक्तों को दर्शन पंजीकरण करने से 1 दिन में एक ही बार दर्शन करने का मौका मिलेगा|
- दर्शन करने से पहले भक्तों को यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि उनकी बुकिंग की पुष्टि हो गई है या नहीं|
- ऑनलाइन खाटू श्याम मंदिर बुकिंग करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन करना होगा|
खाटू श्याम जी की आरती का समय
आरती का नाम | आरती का समय |
खाटू श्याम जी की मंगला आरती | सुबह 4:30 बजे से 5:45 बजे तक |
खाटू श्याम जी की श्रृंगार आरती | सुबह 7:00 बजे से 8:00 बजे तक |
खाटू श्याम जी की भोग आरती | दोपहर 12:15 बजे से 12:30 बजे तक |
खाटू श्याम जी की संध्या आरती | शाम 6 बजे से 7:15 बजे तक |
खाटू श्याम जी की शयन आरती | रात 9:00 बजे से 10:00 बजे तक |
Khatu Shyam Darshan Timing
- श्री श्याम जी के दर्शन दर्शन के लिए मंदिर सुबह 5:00 से दोपहर 1:00 तक खुला रहता है|
- शाम 4:00 से रात 10:00 तक मंदिर दर्शन खुला रहता है|
- शीतकाल में दर्शन हेतु मंदिर के समय में परिवर्तन होता है|
- खाटू श्याम बाबा जी की आरती के समय और उनके शिकार के समय पर्दा रहता है|
Khatu Shyam Darshan:खाटू श्याम के दर्शन करना चाहते हैं तो ऐसे करें बुकिंग
- खाटू श्याम दर्शन ऑनलाइन बुकिंग हेतु सबसे पहले आपको श्री श्याम दर्शन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा|
- होम पेज पर आपको दर्शन पंजनी ऑप्शन पर क्लिक करना होगा|
- अब आपको इस पेज पर के प्रकार तत्काल या फिर विदेशी टिकट का चयन करना होगा।
- इसके बाद आपको पंजीकरण फोन में मांगी गई जानकारी जैसे दर्शन की तारीख टाइम स्लॉट सदस्य अपना ईमेल आईडी आधार नंबर और मोबाइल नंबर आदि दर्ज करना होगा|
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको Book दर्शन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा|
- इसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर बुकिंग आईडी के साथ एक पुष्टिकरण संदेश भेज दिया जाएगा|
- इस प्रकार आप आसानी से खाटू श्याम दर्शन के लिए ऑनलाइन टिकट कर सकते हैं|
खाटू श्याम की हकीकत क्या है?
खाटू श्याम असल में भीम के पोते और घटोत्कच के बेटे बर्बरीक हैं। इन्हीं की खाटू श्याम के रूप में पूजा की जाती है। बर्बरीक में बचपन से ही वीर और महान योद्धा के गुण थे और इन्होंने भगवान शिव को प्रसन्न कर उनसे तीन अभेद्य बाण प्राप्त किए थे। इसी कारण इन्हें तीन बाण धारी भी कहा जाता है।
खाटू श्याम का चेहरा काला क्यों है?
अमावस्या के दिन भक्तों को श्याम बाबा के दर्शन श्याम वरण (काले रंग) में मिलते हैं। आम दिनों में बाबा का स्वरूप भगवा होता है. इसकी वजह एक प्रथा है . श्याम कुंड से प्रकट हुए श्याम बाबा का असली मस्तक श्याम वर्ण का है।
खाटू श्याम जी का क्या चमत्कार है?
मान्यताओं के अनुसार, कहा जाता है कि कलयुग के शुरुआत में राजस्थान के सीकर के खाटू गांव में बर्बरीक का शीश मिला था. कहा जात है कि ये अद्भुत घटना जब घटी जब वहां खड़ी एक गाय के थन से अपने आप दूध बहने लगा. वहीं, इसे देख वहां की जगह को खोदा गया तो यहां खाटू श्याम का सिर मिला