Kedarnath Yatra Registration:चार धाम यात्रा 10 में से शुरू होने वाली है|अगर आप चार धाम यात्रा में जाना चाहते हैं तो उसके लिए बुकिंग शुरू कर दी गई है|हालांकि इस भी सरकार ने रजिस्ट्रेशन की अधिकतम संख्या तय कर दी है|सरकार के मुताबिक चारों तीर्थ स्थलों पर प्रतिदिन एक संख्या में यात्री दर्शन के लिए जा सकेंगे|
सरकार ते तय मानदंड के मुताबिक यमुनोत्री- 9 हजार, गंगोत्री- 11 हजार, केदारनाथ- 18 हजार और बद्रीनाथ 20 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे|अब तक 16 लाख से ज्यादा श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं भाई हेलीकॉप्टर सेवा की भी बुकिंग फुल हो गई है|आप अगर इस साल चार धाम केदारनाथ बद्रीनाथ यमुनोत्री और गंगोत्री की यात्रा का प्लान बना रहे हैं|
तो अभी से यात्रा से संबंधित सभी अहम जानकारियां जुटा कर अपनी यात्रा को आसान बना सकते हैं|बेशक कपट अभी खुला नहीं है लेकिन यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है और लाखों की संख्या में श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं|
Char Dham Yatra Registration
उत्तराखंड के चार धाम और भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक के नाम एक केदारनाथ धाम के कपाट 10 में को खोले जाएंगे| उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने से पहले केदारनाथ भगवान के पंचमुखी भोग मूर्ति की पूजा की जाती है| इस साल यह पूजा 5 में को ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में की जायेगी|
आपको बता देगी इस बार श्रद्धालुओं ने रिकार्ड संख्या में आने का अनुमान है| उत्तराखंड प्रशासन के अनुसार चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं| रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 15 अप्रैल से शुरू हो चुकी है| अगर आप चार धाम यात्रा करना चाहते हैं| तो आपको उसके लिए Chardham Yatra registration करवाना जरूरी है|
केदारनाथ मंदिर में षोडशोपचार पूजा-अर्चना, रूद्राभिषेक तथा शायंकालीन आरती सहित दीर्घकालिक पूजायें शामिल हैं. इसके अलावा श्रद्धालु अपनी इच्छा से ऑनलाइन दान भी कर सकते हैं
Char Dham Yatra registration 2024
ऐसे में अगर आपने अभी तक रजिस्ट्रशन नहीं कराया है तो तुरंत ये काम करा लें क्योंकि बिना रजिस्ट्रेशन के आप चारधाम यात्रा नहीं कर पाएंगे. आप चाहे तो चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra Registration) के लिए ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन दोनों माध्यम से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. अगर आप गाड़ी से जा रहे हैं, तो ऋषिकेश से ऊपर उत्तराखंड पुलिस आपसे रजिस्ट्रेशन की पूरी जानकारी लेगी. इसके लिए पुलिस ने अपने इंतजाम किए हैं. अगर आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जा रहे हैं, तो फिर आपको रजिस्ट्रेशन पास की जरूरत गौरीकुंड पर पड़ेगी. गौरीकुंड वह जगह है, जहां से केदारनाथ की पैदल यात्रा शुरू होती है. गौरीकुंड में पुलिस हर साल एक चेकपोस्ट बनाती है और फिर रजिस्ट्रेशन की स्लिप देखकर आगे जाने देती है.
ऐसे में जो यात्री रजिस्ट्रेशन नहीं कराएंगे, वे परेशानी में पड़ सकते हैं. रजिस्ट्रेशन इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि इससे आपकी सारी जानकारी सरकार के पास रहती है. केदारनाथ की कठिन यात्रा के दौरान अगर आपको कोई परेशानी आती है, तो फिर आपसे संपर्क किया जा सकता है.
चार धाम यात्रा बारे में कुछ मुख्य बातें
यमुनोत्री-यमुनोत्री धाम मंदिर यमुना नदी के स्रोत के करीब 3,293 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह दिव्या मंदिर अक्षय तृतीया के मौके पर खुलेगा वही यम द्वितीया को सर्दियों के लिए बंद हो जाएगा|
गंगोत्री धाम-गंगोत्री धाम से गोमुख का मुख्य स्थल माना जाता है| यह समुद्र तल से 3,140 मीटर की ऊंचाई पर भागीरथी के दाहिने किनारे पर स्थित है|
केदारनाथ-केदारनाथ धाम भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है समुद्र तल से लगभग 3500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है|
बद्रीनाथ-भगवान विष्णु के पवित्र चार धामों में से एक माना जाता है|इस पृथ्वी का बैकुंठ धाम माना जाता है| यह हिमालय में लगभग 3100 मीटर की ऊंचाई पर अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है|
char dham yatra registration 2024 dates
चारधाम मंदिर | खुलने की तिथि | अंतिम तिथि |
---|---|---|
केदारनाथ | 10 मई 2024 | 03 नवंबर 2024 |
बद्रीनाथ | 12 मई 2024 | 06 नवंबर 2024 (संभावित) |
गंगोत्री | 10 मई 2024 | 02 नवंबर 2024 |
यमुनोत्री | 10 मई 2024 | 03 नवंबर 2024 |
चार धाम यात्रा 2024 के लिए गाइडलाइन
- चार धाम यात्रा के लिए ई-पास बनवाना होगा|
- यह चार धाम यात्रा पंजीकरण सिर्फ उन लोगों का होता है|जो उत्तराखंड के वासी नहीं होते|
- अगर आप उत्तराखंड के रहने वाले हैं तो आपको उत्तराखंड पंजीकरण कराने की कोई आवश्यकता नहीं है|
- इस बार श्रद्धालुओं को चार धाम यात्रा करने के लिए किसी ई-पास बनाने की जरूरत नहीं होगी|
- अब सभी यात्रियों को सिर्फ अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा|
- सिर्फ रजिस्ट्रेशन के माध्यम से ही आप आसानी से बिना किसी रोक-टोक से अपनी यात्रा कर सकेंगे|
चार धाम यात्रा रजिस्ट्रेशन कैसे करें
- चार धाम यात्रा रजिस्ट्रेशन करने के लिए श्रद्धालु उत्तराखंड पर्यटन विभाग की निर्धारित वेबसाइट पर अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं|
- इसके बाद रजिस्टर या LOGIN बटन पर क्लिक करें|फिर अपना नाम नंबर ईमेल आईडी आदि सहित आवश्यक जानकारी भरे|रजिस्ट्रेशन अपने मोबाइल नंबर पर भेजें ओटीपी के साथ पूरा करें|
- इसके बाद एक नया डैशबोर्ड दिखाई देगा जहां पर उस व्यक्ति के यात्रा की पूरी जानकारी जैसे यात्रा की तारीख, पर्यटकों की संख्या, यात्रा करने के लिए तीर्थ स्थल और बहुत कुछ होगा।
- रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक रजिस्ट्रेशन नंबर भेजा जाएगा|
- फिर आप बाद में चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं|
चार धाम यात्रा के लिए टोल फ्री नंबर
इसके अलावा श्रद्धालु अपना व्हाट्सएप नंबर एक नंबर 8394833833 पर yatra (यात्रा) लिख कर मैसेज करके रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं|अगर आप पर्यटन विभाग की वेबसाइट के जरिए रजिस्ट्रेशन नहीं कर पा रहे हैं तो आप पर्यटन विभाग के टोल फ्री नंबर- 0135-1364 पर कॉल करने रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं| श्रद्धालु स्मार्ट फोन पर touristcarerttarakhand मोबाइल एप से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं|
चार धाम में कौन कौन से धाम होते हैं?
राज्य अधिकारियों के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष यमुनोत्री, गंगोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ धाम जाने के इच्छुक पर्यटकों की संख्या लगभग दोगुनी हुई है, हालांकि तीर्थ के दौरान श्रृद्धालुओं की मौत के मामले काफी चिंता बढ़ाने वाले माने जा रहे हैं।
चार धाम कितने दिन लगते हैं?
चार धाम यात्रा के लिए सबसे लोकप्रिय रूट हरिद्वार से शुरू होता है और ऋषिकेश, यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ होते हुए हरिद्वार में समाप्त होता है. आमतौर पर चार धाम यात्रा 12 से 15 दिन के अंदर पूरी हो जाती है.
केदारनाथ मंदिर कितनी बार खुलता है?
मंदिर सुबह 4:00 बजे खुलता है और रात 8:00 बजे के आसपास बंद हो जाता है।