Dharmasthala VIP Darshan Online booking:धर्मस्थल मंदिर भारत के कर्नाटक दक्षिण कन्नड़ में स्थित है| यह मंदिर 800 साल पुराना धार्मिक संस्थान है|अगर आप धर्मस्थल मंदिर मैं आने का सोच रहे हैं हम आपको बताएंगे कि यहां पर हर साल भक्तों की भीड़ लगी रहती है| इसी समस्या का हल करते हुए धर्मस्थल मंदिर कमेटी के द्वारा ऑनलाइन टिकट बुकिंग और वीआईपी पास सुविधा जारी कर दी है| ताकि आप जब भी मंदिर आने का सोच रहे हो उससे पहले उसे दिन का VIP पास लेकर मंदिर दर्शन कर सकें|
धर्मस्थल मंदिर पुराना मंदिर है| इसका इतिहास बहुत ज्यादा पुराना है यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है|भक्त यहां दर्शनबुकिंग पर पूजा, तुलाभारा सेवा समय और शेड्यूल के साथ धर्मस्थल मंदिर दर्शन का समय प्राप्त कर सकते हैं।धर्मस्थल मंदिर को श्री मंजुनाथ स्वामी मंदिर मैं भी जाना जाता है| यह मंदिर न केवल दक्षिण भारत में बल्कि पूरे देश में सबसे प्रसिद्ध सबसे सम्मानित मंदिरों में से एक है|
Dharmasthala Temple Darshan Online booking
धर्मस्थल मंदिर में शनिवार और रविवार को हमेशा भक्तों की भीड़ रहती है| इसके अलावा कुछ त्योहार और विशेष दिनों में जैसे गणेश चतुर्थी नवरात्रि दीपावली और शिवरात्रि के के भक्त भगवान शिव के पवित्र दर्शन के लिए आते हैं| धर्मस्थल मंदिर ऑनलाइन बुकिंग सुविधा से आवास और सेवा भी बुक कर सकते हैं|। भक्तों को भगवान शिव के सुचारू दर्शन के लिए धर्मस्थल मंदिर के पूजा समय, दर्शन, मुडी समय, अभिषेकम समय के साथ-साथ खुलने और बंद होने के समय की जांच करनी चाहिए।
धर्मस्थल मंदिर तुला भर कर अपने कष्टों से मुक्ति पाने के लिए अच्छा है|मंजुनाथ मंदिर की विशिष्टता में जो बात जुड़ती है वह यह तथ्य है कि यह शिव मंदिर हिंदू धर्म के शैव संप्रदाय से संबंधित है, इसकी पूजा वैष्णव पुजारियों द्वारा की जाती है|भगवान मंजूनाथ से आशीर्वाद लेने के लिए मंजूनाथ मंदिर जाएँ। मंदिर पूजा और सेवा की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है, जिसमें तुलाभरा (चावल, नारियल आदि जैसी सामग्री के बराबर वजन के साथ भक्त को संतुलन करना) शामिल है।
धर्मस्थल मंदिर अपनी अनूठी वास्तुकला के लिए जाना जाता है जो जैन धर्म और हिंदू धर्म के तत्वों का मिश्रण है। यह मंदिर एक पहाड़ी की चोटी पर बना है जो आसपास के परिदृश्य का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। मंदिर परिसर में कई संरचनाएँ हैं जो सीढ़ियों या रास्तों से जुड़ी हुई हैं।
धर्मस्थल मंदिर दर्शन का समय
दिन | दिन के कुछ भाग | मंदिर दर्शन का समय |
---|---|---|
सोम से रवि | प्रातः काल दर्शन | 06:30 से 11:00 बजे तक |
सोम से रवि | दोपहर के समय दर्शन | 12:15 से 14:30 तक |
सोम से रवि | शाम के समय दर्शन | 17:00 से 20:30 तक |
Dharmasthala Temple Darshan दिशा-निर्देश सामान्य अनिवार्य प्रथाएँ
- गर्भ ग्रह प्रवेश करते समय पुरुषों को अपनी शर्ट और बनियान उतार देना चाहिए|
- हाफ पेंट वाले पुरुषों और नाइटी पहनने वाली महिलाओं को मंदिर में दर्शन जाने की अनुमति नहीं है|
- 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को गर्भ ग्रह में जाने की अनुमति नहीं है|
- अत्यधिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मंदिर के अंदर बैग ले जाने की अनुमति नहीं है|
- सुरक्षा उद्देश्य के लिए बैग की जांच के लिए मंदिर कर्मचारियों का सहयोग दे|
- अपने कीमती सामान जैसे पर्स गहने मोबाइल फोन का ख्याल खुद रखें|
- मंदिर के अंदर किसी भी खाने की चीज की अनुमति नहीं है|
- मंदिर के अंदर थूकना और धूम्रपान करना प्रतिबंधित है|
- मंदिर परिसर स्वच्छ बनाने में सहयोग रखें|
- कृपया मंदिर के रीति रिवाज का पालन करें और से करें|
- मंदिर परिसर में मोबाइल फोन का प्रयोग करना वर्जित है|
टिप्पणी :
ऊपर बताए गए धर्मस्थल मंदिर के दर्शन के समय में त्योहारों और अन्य विशेष अवसरों के दौरान बदलाव हो सकते हैं।
धर्मस्थल मंदिर पूजा का समय , अभिषेक का समय और समापन का समय इस प्रकार प्राप्त करें :
धर्मस्थल मंदिर पूजा का समय
पूजा/सेवा नाम | पूजा/सेवा का समय |
---|---|
सर्वदर्शन | 06:30 से 11:00 बजे तक |
शतरुद्र अभिषेकम् | 08:30 से 10:30 तक |
शिव सहस्रनामावली नामार्चन | 11:00 से 11:30 बजे तक |
महा नैवेद्य समर्पण | 11:30 से 12:00 बजे तक |
महा पूजा | 12:00 से 12:15 तक |
नित्यबली | 12:10 |
सर्वदर्शन | 12:15 – 14:30 |
मंदिर बंद रहता है | 14:30 से 17:00 तक |
मंदिर पुनः खुला | 17:00 |
सर्वदर्शन | 17:00 से 20:30 तक |
महा पूजा | 20:30 से 20:45 तक |
नित्यबली | 20:45 |
मंदिर बंद होने का समय | 21:30 |
धर्मस्थल मंदिर तुलाभारा सेवा समय इस प्रकार प्राप्त करें :
धर्मस्थल मंदिर तुलाभारा सेवा समय
दिन | सेवा नाम | तुलाभारा सेवा दर्शन समय |
---|---|---|
सोम से रवि | तुलाभरा सेवा | 08:00 से 13:00 तक |
तुला भारा के लिए जरूरी निर्देश
- ऊपर बताए गए पूजा समय और तुला भर सेवा कार्यक्रम त्योहार और अन्य विशेष अवसरों के दौरान परिवर्तन के अधीन है|
- तुला भर सेवा सप्ताह के सभी दिनों में आयोजित की जाती है और सेवा की रसीद दिखाने पर मंदिर के द्वारा आवश्यक सामग्री दी जाती है|
- तुला भारा रसीद जारी करना विशेष दिनों पर तय किया जाएगा।
धर्मस्थल मंदिर भोजन, अन्नदानम समय
दिन | भोजन/अन्नदानम विवरण | भोजन/अन्नदानम का समय |
---|---|---|
सोम से रवि | सुबह का समय अन्नदानम | 11:00 से 14:30 तक |
सोम से रवि | शाम का समय अन्नदानम | 19:00 से 22:00 तक |
धर्मस्थल मंदिर से तुला भार ऑनलाइन बुकिंग
- धर्मस्थल मंदिर से तुला भार ऑनलाइन बुकिंग के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करें|
- उसके बाद आपको लॉगिन LOGIN करने का एक लिंक दिखाई देगा
- उसने अपना मोबाइल नंबर डालिए|
- उसके बाद चार अंको का एक ओटीपी आएगा उसको भरिए| इस प्रकार आप लोगों कर पाएंगे|
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद तुला भार लिंक दिखाई देगा| उसे लिंक पर जाएं
- उसके बाद तुला भर का समय दिनांक भरिए|
- अब आप कंटिन्यू पर क्लिक करें| इस प्रकार आप तुला भार ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं|
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धर्मस्थल मंदिर का मालिक कौन है?
वीरेंद्र हेगड़े (जन्म 25 नवंबर, 1948) एक भारतीय परोपकारी और धर्मस्थल मंदिर के वंशानुगत प्रशासक हैं।
धर्मस्थल इतना प्रसिद्ध क्यों है?
धर्मस्थल अपनी आध्यात्मिकता, इतिहास और प्राकृतिक संगम के लिए प्रसिद्ध है, और यहां आने वाले सभी लोगों के दिलों में एक अद्वितीय स्थान रखता है। इसकी समृद्ध विरासत, श्री मंजुनाथ मंदिर में अटूट भक्ति और संस्कृतियों का मिश्रण इसे कर्नाटक के मुकुट में एक रत्न बनाता है।
धर्मस्थल मंदिर कितने साल का है?
धर्मस्थल मंदिर (क्षेत्र धर्मस्थल) भारत के कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में मंदिर शहर धर्मस्थल में 800 साल पुराना एक हिंदू धार्मिक संस्थान है।