Jaigarh fort ticket online booking:राजस्थान में एक ऐसी जगह है जहां पर आपको राजा और महाराजाओं की हर एक ऐतिहासिक जगह देखने को मिल जाएगी इसमें कई किले भी है जिसमें कई कहानी जुड़ी है एक किला है जयगढ़ किला जिसके साथ कई दिलचस्प बातें जुड़ी हुई हैं|
राजस्थान के लगभग हर शहर में आपको फोर्ट पैलेस हवेली जैसी की खूबसूरत ऐतिहासिक जगह है दिख जाएगी|यह राज्य भारत में नहीं बल्कि मैं काफी प्रसिद्ध है यहां आपको स्थानीय लोगों के साथ अंग्रेज भी घूमते हुए दिख जाएंगे प्राचीन काल से लेकर मध्य काल में निर्मित यहां का हवा महल जैसलमेर फोर्ट आगरा फोर्ट एम्बर पैलेस, आमेर फोर्ट, जोधपुर फोर्ट, उदयपुर फोर्ट आदि हजारों फोर्ट्स बहुत फेमस है।
Jaigarh fort ticket online booking
राजस्थान अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। यहां की खूबसूरती देखने दूर दूर से लोग हर साल भारी संख्या में आते हैं अपने खान बहन रहन सहन के अलावा अपने केले और महलों के लिए भी जाने जाते हैं जयगढ़ किला अन्य प्राचीन और ऐतिहासिक इमारतों में से एक है, जो कई वजहों से प्रसिद्ध है। माना जाता है कि इस किले में दुनिया की सबसे बड़ी तोप रखी है, जिसे जयबान तोप के नाम से जाना जाता है।
राजस्थान के ऐतिहासिक शहर जयपुर में भी काफी काफी फोर्ट हैं, जिनसे जुड़ी कहानियां बेहद दिलचस्प हैं। आज हम आपको एक ऐसे किले के बारे में बताने वाले हैं, जिससे कई रोचक तथ्य जुड़े हुए हैं। जी हां, यहां का जयगढ़ फोर्ट अपने में ही बेहद खास है और यहां के कई किस्सों को सुनने के बाद आपका भी यकीनन जयपुर घूमने का मन कर जाएगा।
जयगढ़ किले का इतिहास
जयगढ़ किले को महाराजा स्वाई जयसिंह द्वितीय (1880-1922) द्वारा बनाया गया था।जयपुर से सिर्फ 15 कि की दूरी पर स्थित यह किला पर्यटकों के बीच हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रहा है|18 वीं सदी की शुरुआत में इसे दुर्जेय किले का निर्माण आमेर के किले को दुश्मनों के हमले से बचने के लिए किया था| चील का टीला नामक पहाड़ी पर बना जितना शानदार है उतना ही दिलचस्प इसका इतिहास है|
अगर बात करें इसकी इतिहास की तो कहा जाता है कि मुगल काल के दौरान यह किला यहां के शासको का यह एक प्रमुख तोपखाना खाना हुआ करता था| यह अस्त्र-शस्त्रऔर युद्ध में काम करने वाले अन्य सामानों के रखने का स्थल भी था| राजस्थान की इतिहास और संस्कृत झलक को दिखाते हुए यह किला विजय किला के नाम से भी जाना जाता है| इसकी संरचना और बनावट आपको मध्यकालीन भारत की झलक देगी। समुद्र तल से कई सौ फीट की ऊंचाई पर स्थित यह किला विशाल दीवारों से घिरा हुआ है और सुरंगों से आमेर किले से जुड़ा हुआ है।
इस किले की खास बात यह है कि आप चाहे आमेर में कहीं भी हों, एक चीज जो आप कहीं से भी देख सकते हैं, जयगढ़ किले की विशाल लाल दीवारें मूल रूप से बलुआ पत्थरों से बनी यह दीवारें 3 कि के क्षेत्र को कर करती हैं|एक और खास बात यह है कि यहां पर अब तक निर्मित दुनिया की सबसे बड़ी पहिए वाली तोप मौजूद है। इस तोप का निर्माण इसी किले में ही किया गया था। हालांकि, बड़े आकार की होने के बाद भी किसी भी युद्ध के दौरान इसका इस्तेमाल कभी नहीं किया गया था।
किले में छिपा अकूत खजाना
इस किले में मौजूद तोप के पीछे स्थित पानी की टंकी आज भी रहस्यमयी मानी जाती है। यह टंकी मैं बहुत बड़ी है पानी की टंकी न सिर्फ सर्दियों में बल्कि 20 में साड़ी में भी चर्चा का विषय बनी है|कछवाहा राजवंश ने इस किले का उपयोग अपने खजाने को संग्रहीत करने के लिए किया था। कई इतिहासकारों का ऐसा मानना है कि इस किले में स्थित इस टैंक के नीचे एक कक्ष है, जहां महाराजा मान सिंह द्वारा अफगानिस्तान और भारत के अलग-अलग रियासतों से लूटे गए खजाने को छिपाया गया था।
हालांकि अभी तक इस बारे में कोई पुष्ट जानकारी नहीं मिली है कि किले में मानसिंह का खजाना मौजूद भी है या नहीं और अगर यहां खजाना मौजूद है तो यह अभी भी जयगढ़ किले के अंदर छिपा है या निकाल लिया गया है|
Jaigarh Fort timings and ticket price
- भारतीयों के लिए प्रति व्यक्ति 35
- विदेशी पर्यटकों के लिए 85 रुपये प्रति व्यक्ति
- 50 स्टिल कैमरा के लिए
- 200 वीडियो कैमरा के लिए
जयगढ़ किला जयपुर देखने का समय
दिन | समय |
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सोमवार | सुबह 9:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक |
मंगलवार | सुबह 9:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक |
बुधवार | सुबह 9:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक |
गुरुवार | सुबह 9:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक |
शुक्रवार | सुबह 9:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक |
शनिवार | सुबह 9:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक |
रविवार | सुबह 9:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक |
Jaigarh Fort ticket online booking
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