जयपुर का सबसे डरावना किला,जिसे देखने के लिए उमड़ती है पर्यटकों की भीड़

Nahargarh Fort Ticket Online Booking:राजस्थान में कई किले हैं जो अपनी सुंदरता चित्रकार और रोचक इतिहास के लिए जाने जाते हैं|लेकिन आज हम आपको जयपुर के नाहरगढ़ किले के बारे में बताने जा रहे हैं|जो भूतिया कहा जाता है इसके लिए की नींव महाराज जयसिंह ने रखी थी राजा राम सिंह और महाराज माधव सिंह के कार्यकाल में इसका निर्माण किया|चलिए बताते हैं आपको इस किले से जुड़ी रोचक बातें

जयपुर के किले महल दुनिया भर में अपनी एक विशेष पहचान रखते हैं| और इन किले महलों को देखने के लिए दुनिया चटक पहुंचते हैं| चाहे मौसम कोई भी हो पर्यटक जयपुर घूमने जरूर आते हैं अभी सर्दियों के मौसम में भी खूब घूमने आ रहे हैं और यहां के सभी पर्यटक स्थलों लोगों की खूब भीड़ उमड़ी रही है| ऐसा ही जयपुर का सबसे सुंदर किला जो अरावली पर्वतमाला पर ऊंचाई पर बना है

नाहरगढ़ किला जिसे सुदर्शन किला, हॉन्टिड प्लेस और डरावना किले के नाम से भी जाना जाता हैं. इस किले का निर्माण जयपुर के राजा सवाई जय सिंह ने 1734 में करवाया था. बाद में 1868 में किले के अंदर के भवनों का निर्माण और विस्तार करवाया गया|

Nahargarh Fort Ticket Online Booking

नाहरगढ़ किले का नाम यहां के जंगलों में रहने वाले बाघों के कारण पड़ा है जिन्हें स्थानीय भाषा मैं लोग नाहर भी कहते हैं| इस किले के बारे में बताया जाता है इसके लिए के निर्माण में काफी समय लगा था कि उसे समय के मजदूरों ने बताया कि इस किले के निर्माण के समय दीवारें बार बार गिर जाती थी|काम में बाधा आती थी मानो की किले के काम में कोई आत्मा रोक रही है|फिर एक तांत्रिक को बुलाया गया जिसने बताया कि किले में वीर योद्धा नाहर सिंह का आत्मा का निवास है जो किले के निर्माण में बांधा डाल रही है|

नाहर सिंह की एक युद्द में सिर कटने के बाद भी उनका धड़ दूश्मनों से लड़ता रहा. इस जानकारी के पता चलते ही तांत्रिक ने उस आत्मा के आदेश पर किले का नाम जो पहले सुदर्शन गढ़ था. उसका नाम नाहरगढ़ रखा गया और किले में एक मंदिर का निर्माण करवाया गया उसके बाद किले के निर्माण का काम आगे बढ़ा|

नाहरगढ़ किले की बनावट

यह  किला  700 फीट की ऊंचाई पर बना हुआ है| इसकी वजह से आज तक इस पर कोई आक्रमण नहीं कर पाया|नाहरगढ़ की सबसे खूबसूरत जगह है माधवेंद्र भवन, जिसे विद्याधर भट्टाचार्य ने डिज़ाइन किया था। भवन के अंदर आंतरिक साजसज्जा खूबसूरत भित्ति चित्रों और स्टको डिज़ाइन से की गई है। किले को शाही महिलाएं इस्तेमाल करती थी| किले में जनाना और मर्दाना महल का भी निर्माण करवाया गया था। 12 कमरों वाले भवन की खूबसूरती देखने लायक है किले की आंतरिक साज में भारतीय और यूरोपीय वास्तुकला का नया नमूना देखने को मिलता है| भवन में बने कहीं गलियारों के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े हुए हैं नाहरगढ़ किले की खूबसूरती रात के समय दोगुनी हो जाती है।

नाहरगढ़ किला घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे बेस्ट होता है जब यहां का तापमान 20-24 डिग्री रहता है। ऐसे में आप आराम से किले की हर एक चीज़ को एन्जॉय कर सकते हैं।

Nahargarh Fort Ticket Price Online Booking

  • भारतीयों के लिए 50 प्रति व्यक्ति
  • भारतीय छात्रों के लिए प्रति व्यक्ति 5
  • विदेशी पर्यटकों के लिए 200 प्रति व्यक्ति
  • विदेशी छात्रों के लिए 25 प्रति व्यक्ति

Nahargarh Fort Jaipur Timings

दिनसमयसोमवारसुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तकमंगलवारसुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तकबुधवारसुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तकगुरुवारसुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तकशुक्रवारसुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तकशनिवारसुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तकरविवारसुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक

Nahargarh fort online ticket booking

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