एक ऐसा गांव जहां घर के मुख्य दरवाजों में नहीं लगाए जाते ताले, बैंकों में भी नहीं लगता कभी लॉक

साढ़े साती से मुक्ति पाने के लिए शनि देव के इस मंदिर के करें दर्शन, जहां दर्शन मात्र से ही मिल जाती है शनि दोष से मुक्ति

शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है शनि देव का प्रसिद्ध मंदिर कैसा है आईए जानते हैं|शनिदेव का प्रमुख मंदिर और प्रसिद्ध मंदिर शनि शिंगणापुर मंदिर है

मंदिर के अलावा इस गांव की खासियत यह है कि पूरे गांव में किसी भी घर में दरवाजे नहीं हैं और इसके बावजूद गांव में चोरी भी नहीं होती। मान्यताओं के अनुसार शनि देव स्वंय अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। इस वजह से लोग अपने घरों में ताला नहीं लगाते हैं। इसके अलावा जिस किसी ने भी यहां चोरी करने की कोशिश की है उसे शनि देव के प्रकोप का सामना करना पड़ा है। 

शनि शिंगणापुर महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के नेवासा तालुका के एक गांव का नाम है, यह गांव भगवान शनि के अपने लोकप्रिय मंदिर के लिए जाना जाता है - श्री शनेश्वर देवस्थान शनिशिंगनापुर।

इस शनि मंदिर में भगवान शनि देव के पवित्र दर्शन करने के लिए हजारों भक्त आते हैं लोग दूर दूर से शनि शिंगणापुर मंदिर शनि देव के दर्शन करने के लिए आते हैं उनके दर्शन मात्र से ही भक्तों के सारे कष्ट मुक्त हो जाते हैं

सायंभु का अर्थ है कि कुछ भी चीज़ खुद से उभरी हुई। यह सत्य है कि भगवान शनि स्वयं काले पत्थर के रूप में पृथ्वी से अवतरित हुए थे। खैर, शनि भगवान कब काली मूर्ति के रूप में पृथ्वी से प्रकट हुए, इसका सही समय कोई नहीं जानता।

इस मंदिर में काले रंग की मूर्ति है जो स्वयंभू है। यह मूर्ति 5 फुट 9 इंच ऊंची है। साथ ही 1 फुट 6 इंच चौड़ी है। यह संगमरमर के एक चबूतरे पर स्थित है। यह धूम में विराजमान है। यहां शनिदेव अष्ट प्रहर धूप हो, आंधी हो, तूफान हो या जाड़ा हो, यह मूर्ति हर मौसम में बिना छत्र धारण किए खड़ी रहती है।

लगभग 1500 साल पुराना यह मंदिर कई आक्रमणों के कारण बंद हो गया था|शनिवार आकर श्रद्धा और भक्ति के साथ शनिदेव का पूजन अर्चन कर उन्हें तेल अर्पण करता है. शनिदेव उसकी मुश्किलें दूर कर उस भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं

Shani shingnapur temple VIP ticket online booking बुकिंग करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|