पवित्र मणिमहेश यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मणिमहेश यात्रा अधिकारिक तौर पर 26 अगस्त से 11 सितंबर तक होगी
मणिमहेश चोटी के बारे में एक रोचक तथ्य यह है कि आज तक कोई भी इस चोटी पर नहीं चढ़ पाया है।
पांच कैलाश में से एक कैलाश पर्वत का रहस्य कोई नहीं जान पाया है
मान्यता है कि इस मंदिर में साक्षात यमराज विराजमान हैं| जिला चंबा के भरमौर इलाके में 84 मंदिर है|
मणिमहेश कैलाश हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्द पर्यटन स्थल भरमौर से 26 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि भगवान् शिव और माता पार्वती यहाँ पर रहते हैं।
मणिमहेश कैलाश पर्वत की छोटी की ऊंचाई 18,564 फीट है। मणिमहेश कैलाश पर एक शिवलिंग के रूप में एक चट्टान के गठन को भगवान शिव की अभिव्यक्ति माना जाता है।
मणिमहेश चोटी की ऊंचाई करीब 18,556 फीट या 5656 मीटर है
मणिमहेश के पास भरमौर में भोलेनाथ के 84 मंदिर हैं| इसीलिए इस जगह का नाम चौरासी पड़ गया है|
ऐसी मान्यता है कि मणिमहेश झील को भगवान शिव ने मां पार्वती के लिए बनाया था
यहां भगवान भोलेनाथ मणि के रूप में दर्शन देते हैं. जिस वजह से झील का नाम मणिमहेश पड़ा
मणिमहेश यात्रा ऑनलाइन पंजीकरण और जरूरी निर्देश के बारे में जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करिए