कौन हैं कलयुग के भगवान श्री खाटू श्याम?कैसे हारे का सहारा बने खाटू श्यामजी जानें रोचक बातें

खाटू श्याम मंदिर की कहानी के अनुसार, द्वापरयुग में श्रीकृष्ण ने श्याम जी को वरदान दिया था कि कलयुग में उनका नाम श्याम से प्रसिद्ध होगा।

इसके बाद, बर्बरीक का शीश खाटू नगर (वर्तमान राजस्थान राज्य के सीकर जिला) में स्थापित किया गया, जिससे उन्हें खाटू श्याम बाबा कहा जाता है।

राजस्थान का सीकर जिला बाबा खाटू श्याम जी के मंदिर के लिए काफी प्रसिद्ध है। खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु राजस्थान आते हैं।

शिलालेख के अनुसार श्री खाटू श्याम जी के मंदिर की स्थापना 3 संवत 1777 के दिन रखी गई थी।इस मंदिर के पुजारी चौहान राजपूत रहे हैं।

खाटू श्याम बाबा जी को कलयुग के समय में हारे का सहारा भी कहा गया है| पौराणिक मान्यता है कि जो भी व्यक्ति यहां सच्चे मन से आता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है|

श्री श्याम जी के दर्शन दर्शन के लिए मंदिर सुबह 5:00 से दोपहर 1:00 तक खुला रहता है|शाम 4:00 से रात 10:00 तक मंदिर दर्शन खुला रहता है|शीतकाल में दर्शन हेतु मंदिर के समय में परिवर्तन होता है|

खाटू श्याम बाबा के मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों को ऑनलाइन पंजीकरण कराना आवश्यक है|भक्तों को दर्शन लाइन में बिना रजिस्ट्रेशन के प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा|

ऑनलाइन बुकिंग करने के लिए सबसे पहले आपको श्री श्याम दर्शन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।

होम पेज पर आपको दर्शन पंजीयन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। क्लिक करते ही आपके सामने दर्शन पंजीयन के लिए पंजीकरण फॉर्म खुल जाएगा।

इसके बाद आपको पंजीकरण फॉर्म में मांगी गई जानकारी जैसे दर्शन करने की तारीख, टाइम स्लॉट, टोटल सदस्य, अपना नाम, ईमेल आईडी, आधार नंबर और मोबाइल नंबर आदि दर्ज करना होगा।

– इसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर बुकिंग आईडी के साथ एक पुष्टिकरण संदेश भेज दिया जाएगा।

– इस प्रकार आप आसानी से खाटू श्याम दर्शन के लिए ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं।