Mata Vaishno Devi Online Registration:अगर आप माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जम्मू जा रहे हैं तो तमाम जरूरी जानकारी पहले से हासिल कर ले|हर साल बड़ी संख्या में वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आते हैं|माता वैष्णो देवी शाइन बोल्ड साइट पर जाकर आपको माता वैष्णो देवी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है| अगर आपने माता वैष्णो देवी जी जाने से पहले रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है| आपको वैष्णो देवी जी के दर्शन कर पाना मुश्किल होगा|
श्राइन बोर्ड के मुताबिक वैष्णो देवी की चढ़ाई शुरू करने से पहले कटरा में ही रजिस्ट्रेशन यात्रा की स्लिप अनिवार्य है| आपके पास यात्रा कार रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं है तो मधु भक्ति नहीं है आपके लिए मुश्किल होगा|श्राइन बोर्ड के काउंटर से मुफ्त में यात्रा पर्ची जारी की जाती है. बोर्ड के मुताबिक बगैर यात्रा पर्ची के किसी भी श्रद्धालु को बाणगंगा चेक पोस्ट से आगे जाने की अनुमति नहीं मिलती है और आपको वापस लौटना पड़ सकता है|
Mata Vaishno Devi Online Registration
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड में जाने वाले भक्तों की सुविधाओं को बढ़ाने के प्रयासों में ऑनलाइन यात्रा रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है| तीर्थ यात्री यात्रा रजिस्ट्रेशन बुकिंग कर ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं|आप यात्रा की प्लानिंग ऑनलाइन कर सकते हैं और तमाम बुकिंग भी ऑनलाइन करा सकते हैं। श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ऑनलाइन यात्रा रजिस्ट्रेशन करता है। आप घर बैठे ही यात्रा रजिस्ट्रेशन स्लिप और कमरों की बुकिंग के अलावा पूजन बुकिंग भी ऑनलाइन करा सकते हैं।
दरअसल यात्रा शुरू करने के लिए आपके आगमन पर बन गंगा यात्रा चेक पोस्ट पर आपको यात्रा पर्ची को दिखाना होगा बाणगंगा चेक पोस्ट पर करने के लिए यात्रा पर्ची पूरे दिन के लिए होती है|मां वैष्णो देवी के भवन पहुंचने के लिए शुरू की जाने वाली यात्रा के दो विकल्प हैं|
माता वैष्णो देवी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बुकिंग के बारे में जानकारी
आर्टिकल का नाम | Mata Vaishno Devi Online Registration |
मंदिर का नाम | माता वैष्णो देवी |
राज्य | जम्मू कश्मीर |
मंदिर स्थित | जम्मू कश्मीर |
बुकिंग करने की प्रक्रिया | ऑनलाइन ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://www.maavaishnodevi.org/ |
वैष्णो देवी यात्रा के नियम
- प्रत्येक तीर्थयात्री को रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान पत्र (RFID) जारी किया गया है।
- बिना कार्ड के किसी भी श्रद्धालु लोग को यात्रा नहीं करने दिया जा रहा है|
- बिना पर्ची से आप यात्रा नहीं कर सकते|
श्री माता वैष्णो देवी आरती का समय
वैष्णो देवी की पवित्र आरती दिन में दो बार सुबह और शाम को होती है| वैष्णो देवी मंदिर में आरती का समय तय हो गया है| सुबह की आरती सूर्य उदय से पहले और शाम की आरती सूर्य अस्त के बाद की जाती है| आरती 2 घंटे तक चलती है|
वैष्णो देवी मंदिर दर्शन का समय
दिन | दिन के कुछ भाग | मंदिर दर्शन का समय/अनुसूची |
---|---|---|
सोम से रवि | मंदिर खुलने का समय | 05:00 |
सोम से रवि | सुबह का समय | 05:00 से 12:00 बजे तक |
सोम से रवि | शाम का समय | 16:00 से 21:00 तक |
सोम से रवि | मंदिर तोड़ने का समय | 12:00 से 16:00 तक |
सोम से रवि | मंदिर बंद होने का समय | 21:00 |
वैष्णो देवी आरती मैं बैठने शुल्क
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड आरती में शामिल होने का शुल्क काम कर दिया है| अब दो बड़े और दो बच्चे (10 वर्ष तक) 5100 रुपये में मां की आरती में शामिल हो पाएंगे| इससे पहले प्रति व्यक्ति 2000 पर शुल्क था| काम किए गए शुल्क का फायदा ग्रुप और ऑनलाइन बुकिंग पर ही मिलेगा|
Mata Vaishno Devi Online Registration
- माता वैष्णो देवी ऑनलाइन यात्रा पर्ची के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं|
- यहां पहले अपना ऑनलाइन यूजर आईडी और पासवर्ड बना ले|
- उसके बाद यात्रा पंजीकरण यानी यात्रा रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें|
- अब आप किस तारीख को यात्रा करेंगे कितने लोग हैं और सभी लोगों के आधार नंबर और नाम डालकर यात्रा पर्ची निकाल ले|
- अब आप किस तारीख को यात्रा करेंगे कितने लोग हैं और सभी लोगों के आधार नंबर और नाम डालकर यात्रा पर्ची निकाल ले|
- आप इस पर्ची का प्रिंट आउट संभाल कर रखें|
माता वैष्णो देवी ऑनलाइन आरती बुकिंग
- माता वैष्णो देवी ऑनलाइन आरती बुकिंग के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
- आपको अपना मोबाइल नंबर डालकर लॉगिन करना होगा|
- उसके बाद आपको ओटीपी डालकर लॉगिन करना पड़ेगा|
- अब आपको अपना नाम मोबाइल नंबर ईमेल आईडी की जानकारी को भरिए|
- सबमिट बटन पर क्लिक कर दीजिए|
- इस प्रकार आप माता वैष्णो देवी के लिए ऑनलाइन आरती के लिए बुकिंग कर सकते हैं
माता वैष्णो देवी मंदिर कितना पुराना है?
66 साल पुराना यहां का वैष्णोदेवी मंदिर, सिर्फ नवरात्रि में खुलती है गुफा, दर्शन से पूरी होगी हर मनोकामना पूरी होती है
माता वैष्णो देवी किसका रूप है?
मान्यतानुसार जिस स्थान पर माँ वैष्णो देवी ने भैरोनाथ का वध किया, वह स्थान ‘भवन’ के नाम से प्रसिद्ध है। इस स्थान पर देवी महाकाली (दाएँ), महासरस्वती (बाएँ) और महालक्ष्मी देवी (मध्य), पिण्डी के रूप में गुफा में विराजित है, इन तीनों पिण्डियों के इस सम्मिलित रूप को वैष्णो देवी का रूप कहा जाता है।
किस युग में मां वैष्णो देवी?
किंवदंती है कि माता वैष्णो देवी ने त्रेता युग में मानव कल्याण के लिए माता पार्वती, सरस्वती और लक्ष्मी की शक्ति के रूप में एक सुंदर राजकुमारी के रूप में अवतार लिया था। उन्होंने त्रिकुटा पर्वत की गुफा में तपस्या की।