Akkalkot Swami Samarth abhishek booking:अक्कलकोट मंदिर महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में स्थित है|यह महाराष्ट्र और कर्नाटक की सीमा पर सोलापुर से 40 कि दक्षिण पूर्व में स्थित है|कई भक्तों का मानना है अक्कलकोट 19वीं सदी के संत श्री स्वामी समर्थ महाराज का घर था, जो भगवान दत्तात्रेय के अवतार थे।यह तीर्थ यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण स्थान में से एक है जो उनके दिव्य आशीर्वाद की तलाश करते हैं|तो आज जानते हैं आप किस प्रकार Akkalkot Swami Samarth Darshan Booking कर सकते हैं
स्वामी समर्थ महाराष्ट्र राज्य के एक आध्यात्मिक गुरु मानते हैं| बहुत से लोग इस संत को स्वामी समर्थ के नाम से पुकारते हैं|कर्नाटक के अक्कलकोटा के छोटे से शहर में स्थित यह मंदिर उन्हें समर्पित है।ऐसा माना जाता है कि उन्होंने अपने भक्तों के लिए कई चमत्कार किए थे|बहुत से लोग अक्कलकोट के स्वामी समर्थ गणगपुर के श्री नृसिंह सरस्वती के अवतार हैं। समय-समय पर स्वामी ने कहा कि वे नृसिंह सरस्वती हैं और उन्होंने बताया कि वे श्रीशैलम के निकट कर्डलिवन से हैं।
Akkalkot Swami Samarth Darshan Booking
स्वामी समर्थ को उनकी यात्राओं के दौरान अलग अलग क्षेत्र में कई नाम से जाना जाता है | इसलिए उनके सटीक स्थान की पहचान करना चुनौती पूर्ण है मंदिर के स्थान के नाम बट वृक्ष मंदिर लिए रखा गया है क्योंकि यह बरगद के पेड़ के चारों ओर है जिसके नीचे सुनामी अपने संदेश देते थे|अक्कलकोटा मंदिर के लिए बुकिंग प्राप्त करना बहुत ही आसान है; बस कुछ चरणों का पालन करना है|अक्कलकोटा स्वामी समर्थ के लिए दर्शन टिकट बुक कर सकते हैं
अगर आप अक्कलकोट स्वामी समर्थ जी के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं| तो हम आपको बताना चाहते हैं कि आप यहां आने से पहले akkalkot swami samarth online darshan pass बनवा लेना चाहिए| क्योंकि अक्सर स्वामी समर्थ के दर्शन करने के लिए काफी भक्तों की भीड़ होती है इसीलिए अगर आपने akkalkot darshan pass online booking कार्रवाई होगी तो आप आसानी से दर्शन कर सकेंगे|
akkalkot darshan online booking prices
वर्ग | विवरण |
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निःशुल्क दर्शन | सभी के लिए उपलब्ध |
विशेष दर्शन | ₹100 प्रति व्यक्ति |
वीआईपी दर्शन | ₹500 प्रति व्यक्ति |
दर्शन का समय | प्रतिदिन प्रातः 5:00 बजे से सायं 9:00 बजे तक |
ड्रेस कोड | पारंपरिक पोशाक आवश्यक |
Akkalkot darshan Timings today
अक्कलकोट दर्शन | समय |
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प्रातः दर्शन | सुबह 6:00 बजे से 10:00 बजे तक |
प्रातः दर्शन | सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक |
सायंकालीन दर्शन | दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक |
सायंकालीन दर्शन | सायं 6:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक |
अक्कलकोट स्वामी समर्थ मंदिर का इतिहास
श्री स्वामी समर्थ मंदिर का इतिहास महाराष्ट्र के एक पूज्य संत श्री स्वामी समर्थ के जीवन और शिक्षाओं से जुड़ा है। यहाँ एक सरलीकृत संस्करण दिया गया है:श्री स्वामी समर्थ मंदिर श्री स्वामी समर्थ को समर्पित है, जिन्हें अक्कलकोट महाराज या अक्कलकोट के स्वामी के नाम से भी जाना जाता है। वे 19वीं सदी के संत थे, जिन्हें भगवान दत्तात्रेय का अवतार माना जाता है। उनकी शिक्षाओं में सभी धर्मों की एकता और आत्म-साक्षात्कार के महत्व पर जोर दिया गया था।
यह मंदिर भारत के महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के एक कस्बे अक्कलकोट में स्थित है। स्वामी समर्थ से आध्यात्मिक मार्गदर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए यहाँ भक्तों का तांता लगा रहता है। मंदिर परिसर में कई मंदिर और एक ध्यान कक्ष शामिल है जहाँ भक्त प्रार्थना और ध्यान करने के लिए इकट्ठा होते हैं।श्री स्वामी समर्थ अपने चमत्कारों और दिव्य शक्तियों के लिए जाने जाते हैं, जिन्होंने उनके समय में विभिन्न क्षेत्रों से अनुयायियों को आकर्षित किया। उनकी शिक्षाएँ दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रेरित करती रहती हैं।
त्योहारों और शुभ अवसरों पर यह मंदिर विशेष महत्व रखता है, जब भक्तजन आशीर्वाद लेने और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में एकत्रित होते हैं।कुल मिलाकर, श्री स्वामी समर्थ मंदिर श्री स्वामी समर्थ की आध्यात्मिक विरासत का प्रमाण है और उनके भक्तों के लिए श्रद्धा और तीर्थस्थल बना हुआ है।
अक्कलकोट स्वामी समर्थ मंदिर आरती और पूजा का समय
पूजा विवरण और अक्कलकोट स्वामी समर्थ आरती का समय नीचे उल्लिखित है।
पूजा प्रकार | समय |
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काकड़ आरती | सुबह के 6 बजे |
अभिषेक पूजा | सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक |
लघु रुद्र | सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक |
आरती एवं महा-नैवेद्य | दोपहर 12 बजे |
शेज आरती (रात्रि आरती) | सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक |
Akkalkot Swami Samarth Darshan Booking
स्वामी समर्थ महाराज ऑनलाइन पास के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करिए|