दिन में कई बार रंग बदलने वाले शिवलिंग दर्शन को उमड़ते हैं शिवभक्त  जानिए कहां है शिवलिंग

किन्नर कैलाश पर्वत हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय तीर्थ धर्म स्थलों में से एक है|पांच पर्वतों में से एक पर्वत है| इसलिए किन्नर कैलाश पर्वत काफी महत्वपूर्ण है|

हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर में किन्नर  कैलाश यात्रा को सबसे दुर्गम यात्रा में से एक माना जाता है|किन्नर  कैलाश शिवलिंग ट्रैक भगवान शिव के सबसे पुराने निवास स्थान में से एक है|

किन्नर कैलाश हिमाचल के किन्नौर जिले में स्थित है। ये शिवलिंग 79 फिट ऊंचा है। इसके आस-पास बर्फीले पहाड़ों की चोटियां हैं

किन्नर कैलाश शिवलिंग का आकार त्रिशूल जैसा लगता है। किन्नर कैलाश पार्वती कुंड के काफी नजदीक है जिस वजह से भी इसकी मान्यता बहुत अधिक है।

– किन्नर कैलाश की खास बात ये है कि यहां पर स्थित शिवलिंग बार-बार रंग बदलता है। कहा जाता है कि यह शिवलिंग हर पहर में अपना रंग बदलता है। सुबह के समय इसका रंग अलग होता है और दोपहर के समय सूरज की रोशनी में इसका रंग बदला हुआ दिखता है और शाम होते ही इसका रंग फिर से बदल जाता है।

यहां पर ट्रेकिंग करने का सबसे अच्छा समय मई से अक्टूबर तक होता है क्योंकि इस समय इसकी खूबसूरती अलग ही होती है और दूसरी बात सर्दियों के महीने में यहां बर्फ बहुत रहती है

यहां पर चढ़ाई करना बेहद मुश्किल है। क्योंकि यहां 14 किलोमीटर लंबे इस ट्रेक के आस-पास बर्फीली चोटियां हैं। लेकिन यहां कि खूबसूरती देखते ही बनती है।

माना जाता है कि यहां पर जो पार्वती कुंड स्थित है वह कुंड देवी पार्वती ने खुद बनाया था। यहां पर पूरी तेयारी के साथ आना चाहिए क्योंकि यहां पर ट्रेक करना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए किसी स्थानीय गाइड को अपने साथ ले सकते हैं।

Kinnaur Kailash registration official website कर जाकर क्लिक करना होगा|