यहां महिलाएं भी कराती हैं मुंडन, पूरी होती हैं मनोकामनाएं मंदिर में क्यों किया जाता है बालों का दान, जानें इससे जुड़ी रोचक बातें और महत्व

तिरुपति बालाजी मंदिर में बाल दान करने से भक्त पापों से मुक्ति और नई शुरुआत की कामना करते हैं. यहां बालों का धार्मिक समर्पण और भक्ति का प्रतीक होता है.

तिरुपति बालाजी मंदिर, भगवान विष्णु के अवतार भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित दुनिया का सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है

तिरुपति बालाजी मंदिर में बाल दान एक प्राचीन परंपरा है जो भगवान वेंकटेश्वर के प्रति समर्पण और भक्ति का प्रतीक है

आप जानकर हैरान हो जाएंगे की तिरुपति बालाजी मंदिर की मूर्ति किसी ने भी बनवाई नहीं है वह स्वयं ही प्रकट हुई है|

लोग इन्हें अलग-अलग नाम श्री वेंकटेश्वर स्वामी, तिरुमला बालाजी, गोविंदा और श्री निवास से पुकारते हैं|

श्री वेंकटेश्वर स्वामी की प्रतिमा 8 फीट ऊंची है| यह मंदिर आंध्र प्रदेश में है|

तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के जाने-माने मंदिरों में से एक है| यहां पर प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु श्री वेंकटेश्वर स्वामी जी के दर्शन के लिए आते हैं|

श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर सेशा चलन के जंगलों में धर्मागिरी जगह पर वेंकटेश्वर वेद विज्ञान पीठम एजुकेशनल इंस्टीट्यूट बनाया गया है जो वैदिक काल की याद दिलाता है|

प्रतिदिन सुबह 11:00 से शाम 5:00 बजे तक शिशुओं वाले माता-पिता (1 वर्ष से कम) बिल्कुल निशुल्क विशेष प्रवेश दर्शन कर सकते हैं|

सोमवार से शनिवार दोपहर 3:00 बजे शारीरिक रूप से विकलांग और वरिष्ठ नागरिक (65 वर्ष से अधिक) बिल्कुल निशुल्क विशेष दर्शन कर सकते हैं|

अगर आप इस मंदिर के लिए स्पेशल एंट्री पाना चाहते हैं तो तिरुपति बालाजी मंदिर की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर आप 300 रुपए में स्पेशल एंट्री पा सकते हैं|